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Sarkari Teacher Without B.Ed, बिना बीएड किये भी बन सकते है शिक्षक,नई शिक्षा नीति के अनुसार

GOVT. TEACHER WITHOUT B.ED: सरकारी शिक्षक बनना हर किसी का सपना होता है लेकिन इसके लिए B.Ed की डिग्री अनिवार्य नहीं होता है। बहुत सारे अभ्यार्थियों के मन में भी यह ख्याल जरूर आता होगा कि क्या बिना B.Ed किये भी Sarkari Teacher बन सकते है

अगर आप ये सोच रहे हो कि क्या कोई ऐसा विषय भी है जिसमें B.ed न करके भी सरकारी शिक्षक बन सकते है तो aaj इस आर्टिकल में आपको यह जानकारी प्रदान करने वाले हैं कि Without B.Ed sarkari Teacher कैसे बनें

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Sarkari Teacher Without B.Ed

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B.ed Teaching

B.Ed के बिना भी बन सकते है सरकारी teacher -Sarkari Teacher Without B.Ed

बहुत सारे students ऐसे भी है जिन्होंने बीएड नहीं किया है, fir भी सरकारी शिक्षक बनने की सही मायने में योग्यता रखते है उन सभी students को हमारे इस blog post में इसकी जानकारी मिलेगी कि without b.ed ke भी शिक्षक कैसे बना जा सकता है?

वैसे तो सभी को पता होता है कि जो भी sarkari teacher बनने के लिए एग्जाम में बैठना चाहते है उसके लिए b.ed की डिग्री होना जरुरी है लेकिन एक ऐसा तरीका भी है जिससे आप without b.ed के भी शिक्षक बन सकते है।

सरकारी शिक्षक की सभी सीधी भर्तियों में बीएड की योग्यता नहीं होती है और इनमे से एक है पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) कंप्यूटर साइंस का पद

केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और राज्यों के सरकारी व निजी विद्यालयों में PGT कंप्यूटर साइंस की भर्ती निकलती रहती है और इन पदों के लिए बीएड जरूरी नहीं है।

withoutB.Ed: सरकारी शिक्षक बनने के लिए ये Qualification होना चाहिए

अगर बिना बीएड किये सरकारी शिक्षक बनना चाहते है तो उसके लिए निम्नलिखित पात्रता की शर्तें निर्धारित की गई है-

  1. उम्मीदवार कंप्यूटर साइंस या आइटी में Be/B.TECH होना चाहिए
  2. उम्मीदवार किसी भी स्ट्रीम में B.Tech और कंप्यूटर में पीजी डिप्लोमा होना चाहिए
  3. उम्मीदवार कंप्यूटर साइंस में M.Sc या मास्टर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (MCA) हो
  4. उम्मीदवार बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (BCA).
  5. उम्मीदवार किसी भी विषय में (PG) पोस्ट ग्रेजुएट और कंप्यूटर में पीजी डिप्लोमा किए हो।

कौन से सब्जेक्ट से बन सकते हैबिना B.Ed किये Sarkari Teacher

जो भी studensts बिना बीएड किये Govt Teacher बनना चाहते है उनको बता दें कि कंप्यूटर साइंस विषय में ग्रेजुएशन (B.a,B.sc,AG) या आइटी में BE/B.tech या कंप्यूटर में पीजी डिप्लोमा या कंप्यूटर साइंस में Msc या मास्टर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन वाले इस शिक्षक भर्ती के लिए पात्र honge. यानि कि आप साइंस बैकगॉउन्ड से होना चाहिए

इन स्कूल में हैबिना B.Ed किये Govt Teacher बनने का मौका

आप जानना चाहते है कि कौन-कौन से school है जो आपको बिना बीएड किये भी शिक्षक बनने का moka  प्रदान करते है तो आपको बता दें कि KVS,नवोदय विद्यालयों (NVs)औरराज्यों के सरकारी व निजी विद्यालयों  में PGT कंप्यूटर साइंस के पदों पर Students को बिना B.Ed किये भी शिक्षक बनने का moka diya जाता है।

कंप्यूटर साइंस भर्ती के बाद  Future Promot के लिए बीएड जरूरी

सरकारी विद्यालयों में PGT (post-graduation teacher) कंप्यूटर साइंस शिक्षक की भर्ती भले ही बिना बीएड डिग्री के होती है halanki  एक बार नियुक्ति हो जाने के बाद प्रमोशन का अवसर केवल शिक्षकों को दिया जाता है, jinke paas B.ed degree हो। PGT कंप्यूटर साइंस के Teacher के तौर पर Joining के बाद आपको बीएड करने की आवश्यकता पड़ सकती है. Isliye aap B.ed kar hee le aur agar aap SC/ST/OBC/EWS me aate hai to apki B.ed Scholar ship base par free me ho jayegi aap hamse sampark kar sakte hai MOB.9755674681 (Raijo Dhyanendra )

General Cat. Ke liye bhi Bahut he kam fees me B.ed ke liye aap sampark kar sakte hai.

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सरकारी शिक्षक बिना बीएड: एक सफलता की कहानी

शिक्षा मानव सभ्यता का मूल आधार है। शिक्षा ही हमें समाज के विकास में सहायता प्रदान करती है और समृद्धि की ओर ले जाती है। इसलिए, शिक्षा व्यवसाय की गरिमा और महत्व अनदेखा नहीं किया जा सकता है। हमारे देश में सरकारी शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को शिक्षा की सुविधा प्रदान करते हैं। यह बात सच है कि बीएड योग्यता रखने वाले शिक्षकों की महत्ता विशेष होती है, लेकिन कुछ ऐसे सरकारी शिक्षक हैं जो बिना बीएड योग्यता के भी मान्यता प्राप्त कर शिक्षा क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। आइए, हम एक ऐसी सफलता की कहानी के बारे में बात करें।

महेश नामक युवक गांव के एक छोटे से परिवार में पल बड़ा हुआ। वह बचपन से ही ज्ञान की भूख से प्यासा था। लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति उचित नहीं थी और उसके पास एक बीएड योग्यता प्राप्त करने के लिए पैसे नहीं थे। फिर भी, महेश ने इस बात को आपात रूप से नहीं लिया और अपनी शिक्षा के लिए संकल्पित रहा।

एक दिन, उसके सामान्य जीवन में बदलाव लाने का एक मौका मिला। सरकारी शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। यह बात महेश के लिए एक बड़ा अवसर था अपने सपने को पूरा करने का। यहां तक कि इस भर्ती प्रक्रिया में उसे बीएड की आवश्यकता नहीं थी, केवल उच्च माध्यमिक पास होना चाहिए था।

महेश ने तत्परता से इस भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया और अद्यतन ज्ञान और साक्षात्कार में उत्तीर्ण होने के बाद, उसे एक सरकारी ग्रामीण शिक्षक के रूप में चयनित किया गया। महेश की यह सफलता उसके और उसके परिवार के लिए गर्व का विषय थी।

महेश की सफलता एक सच्ची युक्ति और समर्पण की उपलब्धि थी। वह अपने छात्रों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत बन गए। महेश का जीवन उन सभी छात्रों को प्रेरित करने के लिए एक उदाहरण बन गया जो अपनी साधारणता के बावजूद भी सपने को पूरा कर सकते हैं।

महेश ने बिना बीएड योग्यता के भी एक सरकारी शिक्षक के रूप में खुद को सिद्ध किया है, जो दूसरों को मोटिवेट करने का उदाहरण स्थापित करता है। यह उसकी मेहनत, ज्ञान की आग और निष्ठा का परिणाम है। उसने स्वयं को संशोधित किया और अद्यतित रहने के लिए निरंतर प्रयास किए।

महेश की सफलता की कहानी हमें एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। शिक्षा क्षेत्र में योग्यता की अपेक्षा भावना और प्रयास महत्वपूर्ण होते हैं। यह संदेश उन छात्रों के लिए भी अपनाने योग्य है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर हो सकते हैं। यह भी दिखाता है कि हमारे देश में शिक्षा का व्यवसाय निष्ठा, समर्पण और ज्ञान को महत्त्व देता है, जो हमें अपनी योग्यता को निरंतर बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

सरकारी शिक्षकों का यह उदाहरण हमें यह भी सिखाता है कि शिक्षा योग्यता के पास के साथ-साथ ज्ञान, समझ, और समर्पण का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बीएड की योग्यता एक अच्छा माध्यम है शिक्षा क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए, लेकिन यह योग्यता अकेले काम नहीं करती है। यह सच है कि इसे प्राप्त करने से अधिक ज्ञान, स्वाभाविक क्षमता और प्रयास की आवश्यकता होती है।

महेश की सफलता एक प्रेरणादायक कहानी है जो हमें यह दिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए अपार संघर्ष और प्रयास की आवश्यकता होती है। बिना बीएड योग्यता के भी महेश ने अपने जीवन को संशोधित किया और अपने छात्रों को शिक्षा के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने में सफलता प्राप्त की। उसकी कहानी हमें यह सिखाती है कि विरासत में मिली योग्यता से ज्यादा महत्वपूर्ण है ज्ञान और समर्पण।

इसलिए, सरकारी शिक्षक बिना बीएड योग्यता के भी शिक्षा क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। उनकी सफलता की कहानी हमें प्रेरणा देती है कि हमें स्वयं को संशोधित करने का प्रयास करना चाहिए और शिक्षा क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा करने के लिए समर्पित रहना चाहिए। बीएड योग्यता एक मान्यता प्राप्त करने का एक माध्यम है, लेकिन यह अकेले काम नहीं करेगी। शिक्षा क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए ज्ञान, समझ, समर्पण, और अद्यतन रहने की आवश्यकता होती है।

इसलिए, हमें सरकारी शिक्षकों का आदर्श और सफलता की कहानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम शिक्षा क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा करने के लिए समर्पित रहें, चाहे हमारे पास योग्यता हो या न हो।

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